मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ज्योतिष महाकुंभ के समापन समारोह में प्रतिभागी रहे ज्योतिषियों को सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी ज्योतिषियों का देवभूमि उत्तराखण्ड में स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में ज्योतिष शास्त्र की लंबी परंपरा और गौरवशाली इतिहास रहा है। यह महान भूमि ज्ञान, कर्म, उपासना के साथ-साथ लौकिक और अलौकिक विद्याओं और रहस्यों को उजागर करने वाली भूमि है। हमारे ऋषि-मुनियों ने वेदों द्वारा ज्ञान एवं विज्ञान की उपासना का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वेद, पुराण आदि ग्रंथों की रचना करने वाले ऋषि केवल कर्मकांडी मात्र नहीं थे बल्कि महान वैज्ञानिक थे, जिन्होंने मानव की भलाई के लिए नई-नई वैज्ञानिक मान्यताएं स्थापित की। उन्होंने कहा कि ज्योतिष शास्त्र एक ऐसा नेत्र है जो भूत, भविष्य और वर्तमान काल को देख सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी महान मान्यताओं और उपलब्धियों पर गर्व करने के साथ आधुनिक विज्ञान के साथ-साथ “एंसेंट इंडियन नॉलेज सिस्टम” को भी समझना होगा। आज नासा भी मानने लगा है कि भारतीय ज्योतिष विज्ञान के द्वारा बहुत सी भौगोलिक घटनाओं को भली भांति समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति की धर्म ध्वजा पुनः पूर्ण गौरव के साथ संपूर्ण विश्व में फहरा रही है। प्रधानमंत्री द्वारा किए जा रहे महान कार्यों से प्रेरणा लेकर हमारी सरकार भी सनातन संस्कृति के संवर्धन हेतु संकल्पबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रही है।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, ग्राफिक एरा के संस्थापक श्री कमल घनसाला, अमर उजाला के संपादक श्री अनूप वाजपेयी एवं विभिन्न राज्यों से आए ज्योतिषाचार्य उपस्थित थे।
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