मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में आज सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडेय, गढ़वाल कमिश्नर श्विनय शंकर पांडेय तथा सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने केदारघाटी के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
इसके उपरांत उन्होंने प्रभावित स्थलों तथा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने सोनप्रयाग से गौरीकुंड तथा गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच क्षतिग्रस्त मार्गों का स्थलीय निरीक्षण किया तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ पुनर्निर्माण के कार्यों हेतु समयबद्ध योजना बनाने को लेकर चर्चा की।
उन्होंने क्षतिग्रस्त मार्गों का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाशआउट सड़क मार्ग को पुनर्स्थापित करने के लिए प्राथमिकता से प्लानिंग तैयार कर अविलंब कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद उच्च अधिकारियों ने पैदल यात्रा को 07 दिन में सुचारू करने को लेकर अधिकारियों के साथ विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की। इसके लिए अनिवार्य पुनर्निर्माण कार्यों का एस्टीमेट तैयार कर 2 से 3 दिन के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उच्च अधिकारियों ने बड़े क्षतिग्रस्त मार्गों में निर्माण कार्य हेतु कम से कम पचास लोगों को तैनात करने तथा जिन मार्गों एवं स्थानों पर कम क्षति हुई है, वहां 10 लोग तैनात करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा पोकलैंड को बड़ी साइट्स पर तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं नदी तथा नालों से हो रहे भूकटाव को रोकने के लिए चैनलाइजेशन के कार्य किए जाने के निर्देश उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए।
सचिव, आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि दिनांक 31.07.2024 को अतिवृष्टि के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर रुके यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए व्यापक स्तर पर खोज और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं इस अभियान की पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दिनांक 04.08.2024 को शाम 5ः00 बजे तक कुल 2622 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है। भीमबली तथा लिंचोली से लगभग 567 लोगों को चौमासी-कालीमठ के रास्ते निकाला गया है तथा गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग हेतु लगभग 7185 लोगों को सकुशल निकाला गया है।
उन्होंने बताया कि केदारनाथ मार्ग में लगातार घने बादल छाए रहने से रेस्क्यू कार्य में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है, लेकिन आज सुबह मौसम साफ रहने के कारण भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा 02 चक्कर लगाकर 65 यात्रियों, एमआई 17 हेलीकॉप्टर द्वारा 03 चक्कर लगाकर 61 यात्रियों तथा स्टेट हेली द्वारा 10 यात्रियों को यानी सोमवार को कुल 136 यात्रियों का रेस्क्यू किया गया है।जिसमें बीमार, बुजुर्ग व महिलाएं शामिल हैं।
इसके अलावा आज लगभग 509 लोगों को श्री केदारनाथ जी से लिंचोली तक पैदल लाकर और लिंचोली से इनको हेलीकॉप्टर के माध्यम से चारधाम हेलीपैड, सिरसी हेलीपैड आदि स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसके अलावा गौरीकुंड से सोनप्रयाग होते हुए 584 तथा चौमासी के रास्ते 172 यात्रियों को निकाला गया। इस प्रकार कुल 1401 यात्रियों का रेस्क्यू किया गया।
इस प्रकार आज शाम तक श्री केदारनाथ धाम से 274 लोगों को लिंचोली और भीमबली से 2918 लोगों को तथा चीड़बासा (गौरीकुण्ड) से 75 लोगों को यानि कुल 3267 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है।
भीमबली तथा लिंचोली से पैदल मार्ग से अब तक कुल 739 लोगों को चौमासी कालीमठ तक लाया गया है। इसी प्रकार गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग तक कुल 7,769 लोगों को वापस लाया गया है। इस प्रकार आज शाम 05 बजे तक कुल 11,775 लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है।
वर्तमान में गौरीकुण्ड से सभी को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।गौरीकुण्ड में कोई भी यात्री शेष नहीं है। वर्तमान में वहां पर रहने वाले स्थानीय निवासी, दुकानदार, डोली पालकी संचालक, घोड़े खच्चर संचालक आदि रह रहे हैं। वर्तमान में लिंचोली में भी कोई यात्री शेष नहीं है।
वर्तमान में श्री केदारनाथ धाम में लगभग 50 यात्री स्वेच्छा से रुके हुए हैं। केदारनाथ धाम में लगभग 50 लोगों के अलावा तीर्थ पुरोहित, स्थानीय दुकानदार, स्थानीय निवासी, पालकी डोली संचालक, घोड़े खच्चर संचालक आदि भी हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रुके हुए लोगों को खाने पीने तथा आश्रय की समुचित व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश दिये गए हैं। सभी के लिए निःशुल्क खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। वर्तमान में श्री केदारनाथ जी में 15 से अधिक दिनों हेतु खाद्य सामग्री उपलब्ध है। बाकी स्थानों पर भी पर्याप्त मात्रा में खाने पीने की व्यवस्था है।
वहीं, स्थानीय दुकानदारों, घोड़े-खच्चर एवं डोली-पालकी संचालकों, खोज एवं बचाव कार्यों में लगी टीम के सदस्यों तथा विभिन्न निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों के लिए भी फूड पैकेट्स की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के निर्देश के क्रम में गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा मार्ग पर वृहद् स्तर पर खोजबीन की जा रही है। खोज-बचाव कार्य में पुलिस, प्रशासन तथा यात्रा मैनेजमेंट टास्क फोर्स के लोगों को लगाया गया है। इनके द्वारा लगातार खोजबीन की जा रही है। इसके अलावा सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के डॉग स्क्वायड को भी खोज-बचाव अभियान में शामिल किया गया है। आज वृहद स्तर पर चलाए गए खोजबीन अभियान के दौरान गौरीकुण्ड तथा केदारनाथ मार्ग के मध्य मलबे में एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया है। उक्त व्यक्ति की पहचान गौतम पुत्र श्री संजय निवासी जगाधरी, यमुनानगर, हरियाणा के रूप में हुई है।
इस प्रकार 31 जूलाई से आज तक गौरीकुण्ड-श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 03 यात्रियों के शव बरामद हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी द्वारा ऐसे सभी लोगों से संपर्क किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, जिनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसे सभी लोगों को कॉल कर संपर्क किया जा रहा है तथा अधिकांश लोगों से संपर्क हो भी गया है।
यदि किसी व्यक्ति का यात्रा करने वाले उसके परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है, तो वह जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन द्वारा जारी किए गए दूरभाष नंबरों पर संपर्क कर अपने परिजनों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यदि अभी भी कुछ लोग ऐसे पाए जाते हैं जिनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है तो उसका एक कारण यह हो सकता है कि वह कहीं रास्ते में हों अथवा उनका मोबाईल स्विच ऑफ हो गया हो।
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू के दौरान तथा रेस्क्यू के उपरांत रेस्क्यू किए गए व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने की व्यवस्था की गई है।
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