May 11, 2025

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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर हुई गोकशी से जुड़ी घटना का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा

यह घटना उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर हुई गोकशी से जुड़ी है, जिसमें पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। इस मामले में अंतरराज्यीय गौ तस्कर गिरोह को उत्तराखंड और हिमाचल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया गया। देहरादून पुलिस ने सहसपुर क्षेत्र से आठ अभियुक्तों को पकड़ा, जबकि सिरमौर पुलिस ने पुरूवाला से दो आरोपियों को हिरासत में लिया।

घटना 31 मार्च को देवपुर नदी किनारे हुई, जब पुलिस को 13 गोवंश के अवशेष मिलने की सूचना मिली। जांच में सामने आया कि इन गोवंशों का अवैध रूप से कटान किया गया था, जिसके बाद अवशेषों को नदी किनारे फेंक दिया गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी देहरादून अजय सिंह और एसएसपी सिरमौर ने आपसी रणनीति बनाकर कार्रवाई को अंजाम दिया।

पुलिस ने पुराने मामलों को खंगालते हुए पाया कि सभी आरोपी पहले भी पशु क्रूरता और गोकशी की घटनाओं में शामिल रहे हैं। जांच के दौरान मुखबिरों की मदद से और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 1 अप्रैल को आठ आरोपियों को सहसपुर क्षेत्र से और दो को सिरमौर से गिरफ्तार किया। घटनास्थल के पास झाड़ियों में छिपाए गए धारदार हथियार भी बरामद किए गए।

आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे सीमावर्ती इलाकों में लावारिस घूमने वाले गोवंशों को चोरी कर अवैध कटान करते और मांस बेचते हैं। 31 मार्च को भी उन्होंने इसी तरह गोवंश का कटान कर गोमांस को बेचने के लिए ले गए थे। पुलिस की सक्रियता के चलते यह गिरोह एक और घटना को अंजाम देने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नौशाद (30), गुलबहार (38), नौशाद (35), मुशर्रफ उर्फ काला (50), समीर (19), शाहरुख (26), तौसीब (20) – सभी निवासी खुशहालपुर, थाना सहसपुर, देहरादून – और शहनवाज (40), इरशाद (60) – निवासी मानपुर देवड़ा, पौंटा साहिब, सिरमौर, हिमाचल प्रदेश शामिल हैं।

इस कार्रवाई से पुलिस ने अंतरराज्यीय गौ तस्करी के नेटवर्क को बड़ा झटका दिया है और मामले की गहन जांच जारी है।