October 8, 2024

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chardham:-रेलवे मुरादाबाद मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए समर स्पेशल ट्रेन के दो अतिरिक्त फेरे बढ़ाए

चारधाम यात्रा, जो कि उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थलों की ओर जाने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा है, इस वर्ष और भी सुगम हो गई है। रेलवे मुरादाबाद मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए समर स्पेशल ट्रेन के दो अतिरिक्त फेरे बढ़ाए हैं। यह निर्णय यात्रियों की बढ़ती मांग और चारधाम यात्रा के दौरान उनकी सुविधा को देखते हुए किया गया है।

इस विशेष ट्रेन सेवा के विस्तार से यात्रियों को ऋषिकेश तक पहुंचने में आसानी होगी, जो कि चारधाम यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है। इस सेवा के जरिए यात्रियों को न केवल आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा, बल्कि यह उनके समय और ऊर्जा की भी बचत करेगा। इस ट्रेन के जरिए यात्रियों को चारधाम के दर्शनीय स्थलों तक जाने में सुविधा होगी, जिससे उनकी यात्रा और भी अधिक सुखद और यादगार बनेगी।

इस विशेष ट्रेन सेवा का विस्तार उत्तराखंड के पर्यटन और तीर्थाटन को भी बढ़ावा देगा। यह न केवल स्थानीय आर्थिक विकास में योगदान देगा, बल्कि यह उत्तराखंड की संस्कृति और धार्मिक महत्व को भी प्रदर्शित करेगा। इस तरह की पहल से राज्य में पर्यटन के नए आयाम खुलेंगे और यह अधिक से अधिक यात्रियों को आकर्षित करेगा।

इस प्रकार, रेलवे मुरादाबाद मंडल की यह पहल चारधाम यात्रा को और भी अधिक सुलभ और आनंददायक बनाने में सहायक होगी। यह उत्तराखंड के लिए एक सकारात्मक कदम है जो राज्य के पर्यटन और तीर्थाटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। यात्रियों के लिए यह एक स्वागत योग्य खबर है और इससे उनकी यात्रा का अनुभव और भी बेहतर होगा।

 

उत्तराखंड में इस वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान 50 वर्ष से अधिक आयु वाले यात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच की विशेष व्यवस्था की गई है। इस पहल का उद्देश्य यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल करना है1। इसके अलावा, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पहली बार एक कैथ लैब की शुरुआत की गई है, जो कि यात्रा मार्ग पर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं को और भी मजबूत करेगी2।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के अनुसार, इस बार यात्रा मार्ग पर 184 डॉक्टरों को तैनात किया गया है और यात्रियों की अधिकतम स्वास्थ्य जांच करने का लक्ष्य है1। इसके साथ ही, ‘यू कोट वी पे’ योजना के माध्यम से नए सुपर स्पेशियलिटी केंद्रों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। यात्रा से संबंधित एसओपी कुल 11 भाषाओं में जारी किए गए हैं, जिसमें यात्रा के दौरान क्या करें और क्या न करें की जानकारी शामिल है2।

इस वर्ष जानकी चट्टी में पहली बार मेडिकल पॉइंट भी बनाया गया है, और यात्रा मार्ग पर आग से निपटने के लिए वन विभाग द्वारा 20-20 किलोमीटर के अंतराल पर 40 से अधिक मोबाइल क्रू स्टेशनों की स्थापना की गई है2। यह सभी उपाय यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए किए गए हैं।

इन प्रयासों से न केवल यात्रियों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन और तीर्थाटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह उत्तराखंड के लिए एक सकारात्मक कदम है जो राज्य के पर्यटन और तीर्थाटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और यात्रियों के लिए यात्रा का अनुभव और भी बेहतर बनाएगा।