चारधाम यात्रा 2024 के लिए उत्तराखंड में उत्साह की लहर है, जिसका प्रमाण है पंजीकरण की संख्या जो 18 लाख को पार कर गई है। इस बढ़ती संख्या के मद्देनजर, यात्रा के लिए एक व्यवस्थित और सुचारु प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए टोकन सिस्टम को लागू किया जा रहा है1।
इस वर्ष, चारधाम यात्रा के शुरुआती 15 दिनों में वीआईपी और वीवीआईपी दर्शनों को टालने का अनुरोध किया गया है, ताकि आम तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो2। इस दौरान, विशेषकर केदारनाथ धाम में, वीआईपी दर्शनों को अवाइड करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर सफाई और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
यात्रा के लिए नए हाईटेक मॉड्यूलर शौचालय और मोबाइल माड्यूल्स शौचालयों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, घोड़े-खच्चरों की निगरानी और हॉकर्स के लिए पहचान पत्र जारी करने जैसे कदम भी उठाए गए हैं2। इस बार वाहनों की मॉनिटरिंग के लिए एक ऐप भी बनाया गया है, जिससे पार्किंग और यातायात की बेहतर व्यवस्था हो सके।
इन सभी प्रयासों का उद्देश्य यात्रा को अधिक सुगम और सुरक्षित बनाना है, ताकि तीर्थयात्री बिना किसी बाधा के धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव का आनंद उठा सकें। इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार और संबंधित प्रशासनिक विभागों द्वारा की गई योजना और तैयारियों से यह स्पष्ट है कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोपरि रखा गया है। इस बार की यात्रा में नवीनतम तकनीकी समाधानों का भी समावेश किया गया है, जो यात्रा के अनुभव को और भी बेहतर बनाएगा।
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